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आर्मेनिया में रेडियो पर लोक संगीत

आर्मेनियाई लोक संगीत एगो समृद्ध परंपरा हवे जे प्राचीन काल से शुरू होला। एकर बिसेसता पूरबी आ पच्छिमी परभाव सभ के बिसेस मिश्रण हवे आ अक्सर ई परंपरागत वाद्ययंत्र सभ जइसे कि दुदुक, ज़ुरना, आ टार के साथ बजावल जाला। कुछ सभसे लोकप्रिय आर्मेनियाई लोक कलाकार लोग में जिवान गस्परियन, आर्टो तुन्सबोयासियान, आ कोमितास वर्दापेट के नाँव गिनावल जाला।

जिवान गस्परियन आर्मेनियाई संगीतकार लोग में से एक हवें, जे आर्मेनियाई एगो परंपरागत पवन वाद्ययंत्र डुडक में महारत हासिल करे खातिर जानल जालें। ऊ पीटर गैब्रियल आ माइकल ब्रुक समेत कई गो परसिद्ध पश्चिमी संगीतकार लोग के साथे सहयोग कइले बाड़ें आ पूरा दुनिया में परफार्म कइले बाड़ें।

आर्टो तुन्सबोयासियान एगो अउरी आर्मेनियाई लोक संगीतकार बाड़ें जिनके अंतर्राष्ट्रीय मान्यता मिलल बा। ऊ आर्मेनियाई आ जैज संगीत के अनोखा संलयन खातिर जानल जालें, आ अल डी मेओला आ चेट बेकर नियर संगीतकार लोग के साथ सहयोग कइले बाड़ें।

कोमितास वर्दापेट, जेकरा के सोघोमोन सोघोमोनियन के नाँव से भी जानल जाला, एगो आर्मेनियाई पादरी आ संगीतकार रहलें जे देर से रहत रहलें 19वीं आ 20वीं सदी के शुरुआत में भइल। इनके आधुनिक आर्मेनियाई शास्त्रीय संगीत के संस्थापक मानल जाला आ परंपरागत आर्मेनियाई लोकगीत सभ के ब्यवस्था खातिर जानल जालें।

आर्मेनिया में कई गो रेडियो स्टेशन बाड़ें जे परंपरागत आर्मेनियाई लोक संगीत बजावे लें। रेडियो आर्मेनिया आ रेडियो वैन दू गो सभसे लोकप्रिय स्टेशन हवें, दुनों में पारंपरिक आ आधुनिक आर्मेनियाई संगीत के मिश्रण बा। आर्मेनियाई नेशनल रेडियो पर रोजाना पारंपरिक आर्मेनियाई लोक संगीत के समर्पित कार्यक्रम भी होला, जवन स्थापित आ आवे वाला आर्मेनियाई लोक कलाकार दुनों के आपन काम देखावे के मंच उपलब्ध करावे ला।