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थारु भाषा नेपाल आ भारत के थारु लोग द्वारा बोलल जाए वाली चीन-तिब्बती भाषा ह। एकर कई गो बोली बाड़ी सऽ जिनहन के आपसी बोधगम्यता के स्तर अलग-अलग बा। थारु भाषा देवनागरी लिपि में लिखल जाला, उहे लिपि हिन्दी आ नेपाली खातिर इस्तेमाल होखे।

अल्पसंख्यक भाषा होखला के बावजूद हाल के साल में थारु संगीत के लोकप्रियता मिलल बा। थारु भाषा के अनोखा शैली आ प्रयोग खातिर बहुत थारु कलाकार उभर के पहचान पा चुकल बाड़े । थारु संगीत के कुछ लोकप्रिय कलाकारन में शामिल बा:

- बुद्ध कुमारी राणा
- प्रमिला राणा
- खेम राज थारु
- पशुपति शर्मा

ई कलाकारन के थारु संगीत के विकास में काफी योगदान बा आ... भाषा के नेपाली आ भारतीय संगीत उद्योग में सबसे आगे ले आइल।

थारु भाषा के रेडियो स्टेशन भी तेजी से लोकप्रिय हो रहल बा। थारु भाषा के कुछ सबसे लोकप्रिय रेडियो स्टेशन के सूची प्रस्तुत बा:

- रेडियो मध्यबिंदु एफएम - नवलपरासी, नेपाल से प्रसारण
- रेडियो कर्णाली एफएम - जुमला, नेपाल से प्रसारण
- रेडियो चितवन एफएम - नेपाल के चितवन से प्रसारण
- रेडियो नेपालगंज एफएम - नेपालगंज, नेपाल से प्रसारण

ई रेडियो स्टेशन थारु संगीत के मंच उपलब्ध करावेला आ थारु भाषा के प्रयोग के बढ़ावा देवेला । थारु भाषी के समाचार आ जानकारी के स्रोत के रूप में भी काम करेला।

समापन में कहल जा सकेला कि थारु भाषा आ ओकर संगीत के पहचान मिलल बा आ नेपाल आ भारत में तेजी से लोकप्रिय हो रहल बा। थारु भाषा में थारु संगीत कलाकार आ रेडियो स्टेशन के उदय क्षेत्र में भाषा के जीवंतता आ महत्व के प्रमाण बा।



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