पसंदीदा के बा विधा के बारे में बतावल गइल बा
  1. देशन के बा
  2. भारत
  3. विधा के बारे में बतावल गइल बा
  4. लोक संगीत के बारे में बतावल गइल बा

भारत में रेडियो पर लोक संगीत

हमनी के मोबाइल ऐप डाउनलोड करीं!

क्वासर रेडियो प्लेयर के साथ दुनिया भर के रेडियो स्टेशन ऑनलाइन सुनी

हमनी के मोबाइल ऐप डाउनलोड करीं!

भारत में लोक संगीत के एगो समृद्ध इतिहास बा जवना के खोज हजारन साल पहिले के प्राचीन वैदिक ग्रंथन से लगावल जा सकेला. संगीत के ई बिधा स्थानीय परंपरा सभ में गहिराह जड़ जमा लेले बा आ एकर लोकप्रियता पूरा देस में बढ़त बा। लोक संगीत बिबिध संस्कृति आ अलग-अलग संगीत शैली सभ के निहित प्रतिबिंब हवे जे भारत के बिबिध क्षेत्रीय समुदाय सभ के भीतर पावल जा सके ला। भारत में लोक कलाकार हर वर्ग से आवेलें आ इनहन के संगीत में अक्सर उनके समुदाय के कहानी, संघर्ष, आ परंपरा के झलक मिले ला। भारत के कुछ लोकप्रिय लोक कलाकारन में कैलाश खेर, शुभा मुदगल, आ पापोन के नाम बा. अपना दमदार आ भावुक स्वर खातिर जानल जाए वाला कैलाश खेर के लोक संगीत के मुख्यधारा के लोकप्रियता में ले आवे के श्रेय दिहल गइल बा. दूसर ओर शुभा मुदगल के पारंपरिक लोक संगीत के समकालीन ध्वनि के संगे मिलावे खातिर जानल जाला अवुरी पापोन, एगो गायक अवुरी बहुवाद्यवादक, असमिया लोक संगीत के आधुनिक संगीत के व्यवस्था के संगे निपुणता से मिला देले बाड़े। भारत के कई गो रेडियो स्टेशन लोक आ देशी संगीत बजावे खातिर समर्पित बा। रेडियो सिटी के "रेडियो सिटी फ्रीडम" सबसे लोकप्रिय स्टेशनन में से एगो ह, जवन पूरा भारत से लोक आ स्वतंत्र संगीत के विस्तृत श्रृंखला के प्रसारण करेला। एगो अउरी स्टेशन "रेडियो लाइव" दिन भर लोकप्रिय आ पारंपरिक लोक संगीत के मिश्रण पेश करेला। भारत के राष्ट्रीय सार्वजनिक रेडियो के शाखा एयर एफएम रेनबो भी कई तरह के लोक आ पारंपरिक संगीत के प्रसारण करेला। निष्कर्ष में कहल जा सकेला कि भारतीय लोक संगीत एगो विविध विधा ह जवन बदलत समय के साथे विकसित होत रहल बा। संगीत में देश के समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के झलक मिलेला आ स्थानीय समुदाय के जीवन आ परंपरा के झलक मिलेला। लोक संगीत के लगातार लोकप्रियता आ समर्पित रेडियो स्टेशनन के बढ़न्ती से संभावना बा कि आवे वाला सालन में ई विधा आगे बढ़त रही.




लोड हो रहल बा रेडियो बाजत बा रेडियो रुक गइल बा स्टेशन फिलहाल ऑफलाइन बा