हालांकि देश संगीत के बारे में सोचत घरी अफगानिस्तान पहिला देश ना होखे जवन दिमाग में आवेला, लेकिन असल में इ विधा देश में काफी लोकप्रिय बा। 1950 के दशक से देश संगीत के आनंद हर उमिर के अफगान लोग ले रहल बा, कई गो लोकप्रिय कलाकार आ रेडियो स्टेशन एह विधा के समर्पित बाड़ें।
अफगानिस्तान के सभसे लोकप्रिय देश कलाकारन में से एक अहमद जाहिर बाड़ें। "अफगानिस्तान के एल्विस" के नाँव से जानल जाए वाला जाहिर एगो प्रखर गायक आ गीतकार रहलें जे पारंपरिक अफगान संगीत के देश आ पश्चिमी के तत्व सभ के साथ मिला दिहलें। 1970 के दशक में इनके संगीत खासतौर पर लोकप्रिय रहल, आ इनके बिरासत आजुओ जिंदा बा।
अफगानिस्तान के एगो अउरी लोकप्रिय देश कलाकार फरहाद दर्या बाड़ें। हालाँकि, इनके मुख्य रूप से पॉप आ रॉक संगीत खातिर जानल जाला, दर्या कई गो कंट्री एल्बम भी रिलीज कइले बाड़ें। अफगान आ पाश्चात्य संगीत शैली के उनकर अनोखा मिश्रण देश में उनकर समर्पित फॉलोइंग अर्जित कइले बा।
एह लोकप्रिय कलाकारन के अलावा अफगानिस्तान में कई गो रेडियो स्टेशन भी बाड़ें जे देश संगीत में माहिर बाड़ें। उदाहरण खातिर रेडियो अरमान एफएम में रोजाना "नाशेनास" नाँव के कंट्री म्यूजिक प्रोग्राम होला जेह में दुनिया भर के कंट्री हिट गाना के साथे-साथ अफगान कंट्री म्यूजिक भी बजावल जाला।
रेडियो एरियाना एफएम एगो अउरी लोकप्रिय स्टेशन हवे जे अफगानिस्तान में कंट्री म्यूजिक बजावे ला। इनकर "कंट्री टाइम" कार्यक्रम में क्लासिक आ समकालीन देश के हिट गाना देखावल गइल बा, आ देश भर के श्रोता लोग एकर मजा लेत बा।
कुल मिला के अफगान संगीत के बारे में सोचत घरी देश संगीत सबसे पहिले दिमाग में ना आवे, लेकिन ई एगो प्रिय बा विधा जवना के देश के बहुते लोग अपना लिहले बा. अहमद जाहिर आ फरहाद दर्या जइसन लोकप्रिय कलाकारन का साथे साथ समर्पित रेडियो स्टेशनन का साथे देश संगीत के अफगान संस्कृति में आवे वाला सालन ले जगह बनल रही.
लोड हो रहल बा
रेडियो बाजत बा
रेडियो रुक गइल बा
स्टेशन फिलहाल ऑफलाइन बा