हमनी के समय में भगवान लोग के घर में प्रवेश संभव बना देले बाड़े भले ही ओकर दरवाजा बंद होखे। हमनी के एके समय में कवनो संख्या में जगह हो सकेनी जा आ रोज चौबीस घंटा ओहिजा रह सकेनी जा। असल में हमनी के बइठल ना हई जा बल्कि: हमनी के गावेनी जा, प्रचार करेनी जा, प्रार्थना करेनी जा, गवाही देवेनी जा अउर सीखेनी जा।
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