रेडियो मुगेलो के जनम 4 अप्रैल 1977 के छोट-बूढ़ के एगो समूह के जज्बा से भइल रहे जवन एह मान्यता से एकजुट रहे कि आजादी के जवन जगह अबले अकल्पनीय रहे ऊ खुल रहल बा. संचरण के आजादी, सुने के आजादी। मस्ती आ प्रतिबद्धता के भाव। रचनात्मकता आ नया संवाद के भाव।
क्वासर रेडियो प्लेयर के साथ दुनिया भर के रेडियो स्टेशन ऑनलाइन सुनी
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