संगीत ब्रह्मांड के आवाज ह जवना के हमनी के इंद्रियन से परे कल्पना कर सकेनी जा। ई हमनी के पूरा इतिहास में हमनी के साथ देले बा, एह तरह से कि एकरा बिना मानवता के विकास शायदे एके जइसन होईत। उपपरमाणु नृत्य से लेके जवन नीहारिका बनावेला, जवन बदले में तारा आ आकाशगंगा बनावेला, से लेके कोशिका रचना तक जवन दिल बनावेला जवन अनंत, सब, भगवान के गवाह बनेला।
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