ई रउरा सभे खातिर एगो स्टेशन ह जे ओह दुनिया में पलल बढ़ल बानी जहाँ रेडियो हर समय, कहीं ना कहीं चालू रहे. ई सबेरे रसोई में, काम पर, पढ़ाई खातिर स्कूल में, आ, अधिकतर, रात में जब रउरा सुते के रहे त रउरा तकिया भा कवर के नीचे चालू रहे..
ज्यूकबॉक्स रेडियो ओह सब लोग खातिर बा जे शाम के कॉमेडी शो आ क्विज शो आवे के इंतजार करत रहे, जे ए बुक एट बेडटाइम के इंतजार करत रहे, जे रेडियो कैरोलिन, रेडियो लक्समबर्ग, लेजर 558, आ अइसने कुछ, भीतर-बाहर बहत धैर्य से सुनत रहे , जब हमनी का शॉर्टवेव बैंड में ट्यून कइनी जा कि मौसम के हालात सही होखे त दुनिया भर के स्टेशनन के सुने के कोशिश कइल जा सके, आ हर ओह आदमी खातिर जे अपना टेप रिकार्डर से तइयार बइठल रहे, अतवार का साँझ ‘प्ले’ आ ‘रिकार्ड’ पर अँगुरी मंडरा के... नया चार्ट से आपन पसंदीदा रिकार्ड करीं.
टिप्पणी (0) के बा।