... ब्रह्मांड के आवाज आ हवा के सुगंध... तारा के फुसफुसाहट आ चाँद के गायन... पतई के सरसराहट आ हल्का हवा... रेडियो हवा खाली संगीत ना ह, बलुक राउर आत्मा के संगीत ह। जब भी ब्रीज रेडियो चालू होई त रउवा जरूर मुस्कुराएब! हमनी के रेडियो डीजे, एयर में रहला के चलते, राउर ऑर्डर पूरा करीहे, बढ़िया संगीत से रउआ के खुश करीहे अवुरी रउआ के उत्सव के मूड दिहे!!!
सकारात्मक रेडियो के लहर पर हमनी के साथे रहीं हवा !!!.
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