भगवान के परमात्मा श्री कृष्ण से शुरू होके अटूट शिष्य उत्तराधिकार में उतरत भगवान के विज्ञान के अथाह सागर में गोता लगाईं। प.पू.भक्ति विकास महाराज इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ कृष्ण चेतना (ISKCON) के संस्थापक-आचार्य उनके दिव्य कृपा ए.सी.भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद के सीधा शिष्य हवें। परम्परा में प्राप्त प्रकट वैदिक शास्त्र के आधार पर कृष्ण चेतना के दर्शन, सिद्धांत, आ व्यवहार पर परम पूज्य द्वारा दिहल गइल व्याख्यान सुनीं।
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