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कोसोवो में रेडियो पर लोक संगीत

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कोसोवो में संगीत के लोक विधा देश के इतिहास आ संस्कृति में गहिराह जड़ जमा लेले बा। एकर बिसेसता लाहुता, सिफ्टेलिया, श्कीपोन्जा, आ बांसुरी नियर परंपरागत वाद्ययंत्र सभ के बा आ आमतौर पर कोसोवो के प्रेम, नुकसान आ रोजमर्रा के जिनिगी के बिसय सभ के सामिल कइल जाला। कोसोवो के सभसे लोकप्रिय लोक कलाकारन में से एक बाड़ें श्कुर्ते फेजजा जे दशकन से एह बिधा के प्रमुख हस्ती बाड़ें। इनके दमदार आवाज आ भावुक परफार्मेंस से इनके कई गो अवार्ड आ वफादार फैनबेस मिलल बा। अउरी उल्लेखनीय कलाकार लोग में हिस्नी क्लिनाकु, सोफी लोफी, आ इब्राहिम रुगोवा के नाँव गिनावल जाला। लाइव परफार्मेंस के अलावा पूरा कोसोवो के रेडियो स्टेशनन पर भी लोक संगीत के प्रसारण होला। रेडियो द्रेनासी एह बिधा के बजावे वाला सभसे लोकप्रिय स्टेशन सभ में से एक हवे, जहाँ "फोकलोर श्किप्तर" आ "केंगे ते व्जेटर लोकगीत" नियर शो देखावल जालें। एही तरे रेडियो तिराना 2 में भी कोसोवो आ अउरी पड़ोसी देस सभ के लोक संगीत के बिसाल किसिम बजावल जाला। कुल मिला के कोसोवो में संगीत के लोक विधा देश के सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण आ उत्सव में अहम भूमिका निभावत रहेला। कोसोवो के भीतर आ बाहर दुनों जगह एकर लोकप्रियता एह बिधा के स्थायी आकर्षण आ महत्व के गवाही बा।



लोड हो रहल बा रेडियो बाजत बा रेडियो रुक गइल बा स्टेशन फिलहाल ऑफलाइन बा