इटली में लोक संगीत हमेशा से एगो महत्वपूर्ण आ लोकप्रिय विधा रहल बा। पारंपरिक वाद्ययंत्र, कहानी, आ धुन के अनूठा मिश्रण से इटैलियन लोक संगीत के देश के संस्कृति आ समाज पर गहिराह प्रभाव पड़ल बा। एह बिधा में इटली के अलग-अलग इलाका सभ से पैदा होखे वाली शैली सभ के बिबिध श्रेणी के सामिल कइल गइल बा, हर एक के आपन बिसेस ध्वनि बा। इटैलियन लोक बिधा के सभसे लोकप्रिय कलाकारन में से एक बाड़ें फैब्रिज़ियो डी आंद्रे। इनके संगीत में पारंपरिक लोक आ समकालीन पॉप संगीत के सही मिश्रण बा। इनके गहिराह गीत आ बिसाल श्रेणी के वाद्ययंत्र सभ के इस्तेमाल से दमदार आ भावुक रचना बनावे खातिर जानल जाला। एगो अउरी परसिद्ध लोक संगीतकार बाड़ें विनिसिओ कापोसेला जिनके संगीत में इटैलियन परंपरागत लोक आ बिस्व संगीत के बिसेस मिश्रण हवे। ऊ अपना विशिष्ट आवाज आ पारंपरिक वाद्ययंत्र जइसे कि मैंडोलिन आ अकॉर्डियन के प्रयोग खातिर परसिद्ध बाड़ें। इटैलियन लोक बिधा के अउरी लोकप्रिय कलाकार लोग में फ्रांसिस्को गुचिनी के नाँव गिनावल जाला जे अपना संगीत के माध्यम से राजनीतिक आ सामाजिक बिसय बनावे खातिर जानल जालें आ लुसिओ डाल्ला, एगो कुशल गायक-गीतकार जे इटली के कुछ सभसे परसिद्ध गीत सभ के रचना कइले बाड़ें। इटली में भी कई गो रेडियो स्टेशन बाड़ें जे लोक बिधा के प्रसारण में बिसेसज्ञ बाड़ें। इनहन में सभसे परसिद्ध रेडियो पोपोलर, रेडियो फोक, आ रेडियो वोसे डेला स्पेरेंजा बाड़ें। ई स्टेशन सभ इटैलियन पारंपरिक लोक संगीत के बिबिध संग्रह पेश करे लें, दक्खिनी इटली के गहिराह जड़ जमावे वाला धुन सभ से ले के उत्तर के उमंग भरल धुन सभ। निष्कर्ष में कहल जा सकेला कि इटैलियन लोक विधा में शैली, वाद्ययंत्र आ कलाकारन के बिबिध श्रेणी बा। चाहे रउआ पारंपरिक लोक के प्रशंसक होखीं भा एह विधा के समकालीन मोड़, इटली में खोजे खातिर अनगिनत विकल्प बा। ई विधा देश के संस्कृति के अभिन्न अंग बनल बा आ संगीतकार आ श्रोता के नया पीढ़ी के प्रेरणा देत रहेला.