इंडोनेशिया एगो समृद्ध सांस्कृतिक बिरासत वाला देस हवे आ एकर संगीत एह बिबिधता के प्रतिबिंब हवे। खास कर के लोक संगीत एगो अइसन विधा ह जवन देश के परम्परा में गहिराह जड़ जमा लेले बा. एह बिधा के बिसेसता बा कि परंपरागत वाद्ययंत्र सभ के इस्तेमाल होला, जइसे कि गमेलन, अंगक्लुंग, आ सुलिंग आ ई बिबिध भाषा आ बोली सभ में, जइसे कि जावानी, सुंडानी, आ बाली में परफार्म कइल जाला।
1990 में सभसे लोकप्रिय लोक कलाकारन में से एक इंडोनेशिया इवान फाल्स ह। इनके सामाजिक रूप से जागरूक गीत खातिर जानल जाला आ 1978 से संगीत उद्योग में सक्रिय बाड़ें।इनके संगीत लोक, रॉक, आ पॉप के फ्यूजन हवे आ इनके पूरा कैरियर में 40 से ढेर एल्बम रिलीज भइल बाड़ें। एगो अउरी लोकप्रिय कलाकार बाड़ी दीदी केम्पोट, जेकरा के "डंगदत के गॉडफादर" के नाम से जानल जाला आ 1990 के दशक से संगीत उद्योग में सक्रिय बाड़ी। इनके संगीत लोक, पॉप, आ जावानी गमेलन के फ्यूजन हवे।
इंडोनेशिया में कई गो रेडियो स्टेशन बाड़ें जे लोक संगीत बजावे में बिसेसज्ञ बाड़ें। एकर सभसे लोकप्रिय स्टेशन सभ में से एगो रेडियो डक्वाह इस्लामिया बा जे जकार्ता में स्थित बा आ कई किसिम के परंपरागत आ समकालीन लोक संगीत बजावे ला। एगो अउरी लोकप्रिय स्टेशन रेडियो सुआरा सुरबाया बा जवन सुरबाया में स्थित बा आ लोक, पॉप, आ रॉक संगीत के मिश्रण बजावेला।
समाप्ति में कहल जा सकेला कि लोक संगीत इंडोनेशिया के सांस्कृतिक विरासत के एगो महत्वपूर्ण हिस्सा ह, आ कई गो प्रतिभाशाली कलाकार बाड़े जे... एह विधा में आपन योगदान दिहले बाड़न. रेडियो स्टेशन आ संगीत के शौकीन लोग के सहयोग से ई विधा आवे वाला सालन में पनपत आ विकसित होखत रही.